

रिपोर्ट- रवीन्द्र त्रिपाठी
फतेहपुर। यूपी कैडर के आईएएस जिलाधिकारी संजीव सिंह को दादी दादा गौरव सम्मान-2020 से नवाजा गया. देश के 18 करोड़ बुज़ुर्ग नागरिकों की बेहतरी के लिए काम करने वाले दादी दादा फ़ाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश कैडर के 2012 बैच के आईएएस अधिकारी संजीव सिंह को दादी दादा गौरव सम्मान 2020 से सम्मानित करने की घोषणा की गयी है. यह सम्मान उन्हें वृद्ध व्यक्तियों के लिए मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या के मौक़े पर नई दिल्ली में दिया जायेगा. फ़ाउंडेशन की ओर से बुज़ुर्ग नागरिकों की सेवा में अतुलनीय उदाहरण पेश करने के लिए आईएएस अधिकारी संजीव सिंह को यह सम्मान दिया जायेगा. ग़ौरतलब है कि संजीव सिंह इस समय उत्तर प्रदेश के जनपद-फ़तेहपुर के ज़िलाधिकारी हैं. ज़िलाधिकारी संजीव सिंह के लिए दादी दादा गौरव सम्मान की घोषणा करते हुए फ़ाउंडेशन के निदेशक मुनिशंकर ने बताया कि फ़तेहपुर के ज़िलाधिकारी संजीव सिंह ने बुज़ुर्गों की सेवा के लिए श्रवण पुत्र की तरह जो व्यवहार किया है, वो अनुकरणीय और प्रशंसनीय है. उन्होंने सहबसी गांव की 86 वर्षीय बुज़ुर्ग रामप्यारी उर्फ़ भगवती देवी के लिए जैसा सुहृदय पेश किया है. इससे हम सभी को बुज़ुर्गों की सेवा के लिए प्रेरणा मिली है. जिलाधिकारी ने डिमेंशिया पीड़ित वृद्धा रामप्यारी उर्फ भगवती (उम्र -86 वर्ष ) ग्राम – सहबसी, विकास खंड-असोथर, फतेहपुर उत्तर प्रदेश का ना केवल उपचार कराया बल्कि उनके नेतृत्व में स्वयं तथा राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर अपने- अपने वेतन से आंशिक योगदान करके उनके लिए आवास और क्षेत्र पंचायत निधि से इंटर लॉकिंग सड़क का भी निर्माण करवाया. वृद्धा रामप्यारी का 1 मई से 29 मई 2020 तक जिला चिकित्सालय, फतेहपुर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ० प्रभाकर, फिजीशियन डॉक्टर एन० के० सक्सेना एवं डॉ० आर० एम० गुप्ता तथा सिस्टर रेखा चंदेल ,वार्ड इंचार्ज मेनका की विशेष देखरेख में इलाज किया गया. चिकित्सा के दौरान डाइट प्लान भी निर्धारित किया गया था. इस दौरान रामप्यारी के हीमोग्लोबिन में 8.6 से 12 gm% की वृद्धि, ब्लड प्रेशर सामान्य, भोजन की पाचन शक्ति एवं वजन में वृद्धि जैसे उल्लेखनीय सुधार हुए. रामप्यारी जिला चिकित्सालय में अचेतन स्थिति में भर्ती हुई थी तथा डिस्चार्ज के समय उनकी स्मरण शक्ति में भी काफी सुधार हुआ.
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